Monday 20 August 2012

मामा की साली

नमस्ते दोस्तो, मेरा नाम अमित है, मैं म्य्देसिपाणु का नियमित पाठक हूँ। बहुत दिनो से सोच रहा था कि अपनी भी कहानी आप लोगों के सामने प्रस्तुत करूँ पर हिम्मत नहीं कर पा रहा था। पर मेरे दोस्त के समझाने पर मैं अपनी कहानी आपके सामने रख रहा हूँ।
यह कहानी शुरू होती है मेरे मामा की शादी से !
उनकी एक साली है जो बहुत ही खूबसूरत है, उसका नाम है खुशबू ! दिखने में बहुत ही खूबसूरत है, उसका फिगर बड़ा ही गजब का है, उसके मम्में देखते ही मन करता है कि अभी पकड़ कर मसल डालूं ! पर क्या करूँ खुद पर काबू कर रखा था कि किसी को मालूम हो गया तो क्या होगा, मेरी बड़ी बदनामी होगी पर मुझे क्या मालूम था कि मैं जो उसके बारे में सोच रहा हूँ, वो भी मेरे बारे में वही सोचती है।
इस बात का मुझे तब मालूम हुआ जिस दिन मेरे मामा की शादी थी। उस दिन क्या हुआ कि घर में शादी का माहौल था, सभी मामा की शादी से बहुत खुश थे, वो इसलिये कि उनकी शादी बड़ी ही मुश्किल से हो रही थी।
तो क्या हुआ कि मामा की बारात घर से निकलकर शादी के पण्डाल में पहुँच गई थी। घर के सभी लोग वहाँ पहुँच गये थे। सब कुछ बड़ी ही धूमधाम से हो रहा थे, सब कुछ ठीक-ठाक चल रहा था कि मेरे मामा की साली मेरे पास आई अपनी कुछ सहेलियों के साथ और मेरे साथ मजाक करने लगी। पहले तो मैंने सब-कुछ हल्के में लिया पर जब कुछ ज्यादा ही होने लगा तो मैंने उसे देखा तो उसकी आँखों में एक चमक थी जैसे वो बरसों की प्यासी हो, जो मुझसे कुछ कहना चाहती हो।
तो बहरहाल सब ऐसे ही चलता रहा। एकाएक वो उठ कर जाने लगी, मैं उसे देखता रहा तो उसने आगे जाकर पीछे मुड़कर देखा और मुझे कुछ इशारा किया जैसे कि वो मुझे अपने पीछे बुला रही हो।
तो मैं उसके पीछे चल दिया, वो आगे आगे और मैं उसके पीछे-पीछे।
फ़िर वो एक कमरे में घुस गई, मैंने देखा कि वो मुझे बुला रही है उस कमरे में !
मैंने अपने चारों तरफ देखा कि कोई देख तो नहीं रहा है। फ़िर मैं उस कमरे में घुस गया। जैसे ही मैं कमरे में गया तो मैंने देखा कि उसने कमरे का दरवाज़ा बंद कर दिया और मुझे बेतहाशा चूमने लगी। मैं इस तरह के हमले के लिये तैयार नहीं था।
फिर क्या था, मैं जिस चीज के लिये मचल रहा था वो चीज आज मुझे सामने से मिल रही थी तो मैं मना कैसे कर सकता था। वो मुझे बेतहाशा चूमे जा रही थी, मैं भी उसे चूमे जा रहा था कि मैंने महसूस किया कि उसके हाथ मेरे लिंग पर थे। फिर क्या था, इससे मेरी हिम्मत बढ़ गई, मैंने उसे पूरा नंगा कर दिया, फिर उसने मुझे पूरा नंगा कर दिया।
फिर उसने मुझे पलंग पर गिरा दिया, मेरे ऊपर चढ़ गई और मुझे चूमने लगी। उसकी इन हरकतों से मेरा सोया हुआ लण्ड जाग ही चुका था। फिर मैंने उसे अपने नीचे गिरा लिया और उसके पूरे नंगे बदन को देखने लग गया।
यार, क्या बताऊँ, यार क्या क्यामत लग रही थी ! मैंने अपनी जिंदगी में पहली बार किसी लड़की को नंगी देखा था तो समझो मेरी क्या हालत हुई होगी।
फिर मैंने उसके नंगे बदन को चूमना शरू किया तो वो पूरी गर्म हो गई। फिर मैंने उसकी चूत पर अपना हाथ रखखा तो वो कहने लगी- अमित प्लीज अपना लण्ड मेरी चूत में डाल दो !
मैंने उसकी चूत को चूमना शरू किया तो वो जल्दी ही झड़ गई पर अभी मेरा काम नहीं हुआ था। मैं उसके पैर चौड़े कर उनके बीच में आ गया, अपने लण्ड का सुपारा उसकी चूत पर रखा और धक्का दिया तो वा अन्दर नहीं गया। उसकी चूत बहुत ही कसी थी तो मैं समझ गया कि वो अभी कंवारी है।
मैंने उसका एक पैर अपने कंधे पर रखा और एक जोर का धक्का दिया। मेरा आधा लण्ड उसकी चूत में था और वा दर्द के मारे चिल्ला रही थी, उसकी आंखों से आँसू बहने लगे थे। पर मैंने दूसरा जोरदार धक्का दिया तो मेरा पूरा लण्ड उसकी चूत में था। मैंने देखा तो उसकी चूत से खून निकल रहा था और वो दर्द के मारे कराह रही थी।
मैं उसके ऊपर लेट गया और उसके मम्मे चूसने लगा, उसके होंठ चूमने लगा।
थोड़ी देर में उसका दर्द कुछ कम हुआ तो मैंने धीरे धीरे धक्के लगाने शुरू किए तो उसे मजा आने लगा और वो जोर-जोर से चिल्लाने लगी- फाड़ डालो, चीर डालो मेरी चूत को !
तो मुझे जोश आ गया फिर मैंने उसे पूरे बीस मिनट तक चोदा, इस बीच वो तीन बार झर गई।
फिर हम दोनों नंगे ही लेटे रहे। फिर हम दोनों ने अपने अपने कपड़े पहने और बाहर आ गए।
हमें जब भी मौका मिला शादी में तो हमने अपनी शरीर की भूख को शांत किया।
अब जब भी वो मेरे मामा के घर पर आती है तो मुझे फोन कर देती है और मैं उसे वहाँ जाकर खूब चोदता हूँ।
आगे क्या हुआ जानने के लिये मुझे मेल करें कि आपको कहानी कैसी लगी।

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