Thursday, 13 September 2012

मामी जी की रोज चुदाई - maami ki roz chudai


मैं एक बार फिर से आप लोगों के पास अपनी अधूरी कहानी लेकर हाजिर हूं तो सबसे पहले पढ़ने वाली सभी बहनों की चूत पे मेरी प्यार भरी पप्पी। हां तो आप ने पिछली कहानी में पढ़ा कि मैं किस तरह अपनी मामी की चुदाई करता हूं, अब आगे उस रात के बाद जब तक मामा जी नहीं आये, मैं मामी जी की रोज चुदाई करता रहा लेकिन मामा जी के आ जाने के बाद मुझे मामी जी की चुदाई का मौका मिलना बंद हो गया

लेकिन यहाँ तो लंड को चूत का चस्का लग गया था सो एक दिन मौका देख कर मैं मामी जी को इशारे से कारखाने के पिछली साइड में बुलाया जिसे मेरी ममेरी बहन ने देख लिया और जब उसकी माँ कारखाने के पीछे आई तो वह भी छुप कर आ गई जिसे हम दोनो ने नहीं देखा कारखाने के पिछली साइड में लेबर को नहाने के लिये बाथरूम बना हुआ था जिस के अन्दर मैं मामीजी को लेकर चला गया और अन्दर से दरवाजा बंद कर लिया लेकिन दरवाजा काफी पुराना होने के कारण काफी जगह से छेद हो रखा था जहाँ मेरे मामा जी की लड़की अपनी आंख लगा कर मेरे और अपनी माँ का रास लीला देखने लगी

जैसा कि मैं आपको पहले भी बता चुका हूं कि मेरी मामी जी एक नम्बर की छिनाल चुदक्कड़ और रंडी है वो चुदवाते समय काफी गंदी गंदी और भद्दी गाली का प्रयोग करती हैं सो मुझे अन्दर पकड़ते ही शुरु हो गई कहने लगी मेरे राजा मेरे बेटे तेरा लंड खाने के बाद से मेरी चूत में काफी खुजली मची है तेरे मामा से कुछ नहीं होता चल अब जल्दी से कपड़े उतार और चोद डाल मुझे मेरी चूत को आज बगैर फाड़े मत छोड़ना साली हरामजादी कुतिया बगैर लंड के मानती ही नहीं और तुम भोसड़ी के मादर चोद रंडी के आज ये जगह तुझे मेरे लिये मिली इतने दिनों से क्या यहाँ अपनी बहन को यहाँ चोदता था

बोल बे कमीने बहनचोद इतने में तो मैं भी ताव में आ गया और उसे कुतिया बना कर पीछे से उसकी चूत में लंड डाल दिया और कस कस कर उसकी चुदाई करने लगा और मैं भी बकने लगा ले रंडी सम्भाल मेरे लंड को तेरे मा को चोदूँ रंडी साली हरामजादी मैं यहाँ अभी तो सिर्फ तुझे ही चोदा है मगर मादरचोद जल्दी ही तेरी बेटी यानि मेरी बहन को भी यहीं चोदुंगा और सब बातें मेरी ममेरी बहन सुन रही थी और हम दोनो का चुदाई लीला भी देख रही थी जिसे वो बरदाश्त नहीं कर पा रही थी और अपने एक हाथ से अपनी चूची दबा रही थी और दूसरे हाथ से अपनी बुर में उंगली कर रही थी और इधर हम दोनो इन बातों से बे-खबर चुदाई में मस्त थे। मेरी मामी बदहवाश हो कर चिल्ला रही थी

आआआम्ममीईईरीईईर्रा आअजाआआस्सछह्हूऊऊद्दद्दूऊम्ममम्ममीईईर्रररर्रर्ररीईई एर्रर्रर्रर्राआआआअज्जजजज्जाआआआअ प्पप्पपप्पह्ह्ह्हह्हाआअर्रर्रर्रर्ररद्दद्दद्दद्दूऊऊओ म्मम्मम्मीईईईईर्रर्रर्रर्रर्रर्ररीईईईए स्स्सछह्हह्हह्हहूऊऊऊऊउत्तत्तत्तत्तत्त क्कक्कक्कूऊऊऊऊ म्मम्मम्ममाआआआअर्रर्रर्रर्रर्रर्रराआआआआऔऊऊऊऊउर्रर्रर्रर्ररर्रर्र ज्जज्ज्जजूऊऊऊऊओर्रर्रर्ररर्रर्र ससस्ससीईईईईए आआआऔऊऊऊऊउर्ररर्रर्र्र्रर्र ज्जज्ज्जजूऊऊऊऊर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्र स्ससस्सस्सस्सीईईईए चोरनाआआ न्नन्नाआआअह्हह्ह्हह्हहीईईईईइ म्म्मम्ममाआआआअज्जज्जाआआआआ आआआआ गग्गग्गाआआआअययययययाआआअ स्सस् स्साआआआ अब्बब्ब्बब्बाआआअस्स्सस्सस्सह्हह्हह्हह्हाआआआआअ यययययययीईईईईएस्सस्ससीईईईईईई ह्हह्हह्हह्हहीईईईईईईए ल्लल्ल्लग्गग्गग्गीईईईईए र्रर्रर्रर्रर्रर्राआआआअहह्हह्हह्हूऊऊओ मधर्रर्रर्रर्रर्र स्ससस्सस्सछह्हह्हह्हहूऊऊऊओद्दद्दद्द क्कक्कक्कक्ककीईईईईईईईइयययययययययाआआआआ ल्लल्लल्लल्लल्लाआआअन्नननन्ननद्दद्दद्द्दद प्पप्पपपाआआआयययाआआआ ह्ह्हह्हह्हाआआआआऐईईईईइ ईईक्कक्क ब्बबब्बबाआआआआआर्रर्रर्रर ईईईईएस्सस्सस्स ल्लल्लल्लाआआआन्नन्ननद्दद्दद्दद्दद्द स्ससस्सस्सीईईईई अप्पप्पन्ननीईईईइ म्ममम्ममाआआआआआआआ कक्कक्कक्ककाआआआअ ब्ब्बबब्बभह्हहह्हह्हहीईईईईइ स्सस्सह्ह्हूऊऊऊत्तत्तत्तत्त स्स्सह्हह्हहूऊऊऊऊओद्दद्दद्दद्दद्द द्दद्दद्दद्ददीईईईएनन्ननाआआअ सस्सआआआअल्लल्लीईईइ न्न्ननीईईईह्हह्ह्हाआआआआअलल्लल ह्ह्ह्हहूऊऊऊ जज्जज्जाआआआआयययीईईईग्ग्गगगीईई

इस तरह करीब दस मिनट तक चुदाई चलती रही और उसके बाद मैं जैसे उसके चूत में घुस जाउंगा इस तरह से उसमें समाने लगा और हम शांत हो गये अब अन्दर से मादक आवाज़ें आना बअनद हो गयीं जो नवीन से बरदाश्त नहीं हुआ नवीन मेरी ममेरी बहन का नाम है तो अन्दर किया हुआ है जानने के लिये नवीन दरवाजे पर जरा और झुकी दरवाजा ठीक से बंद नहीं था और नवीं का पैर फिसल गया और वो दरवाजे पे पूरी तरह लड़खड़ाई और दरवाजा खुल कर वो अन्दर गिरी फिर किया हुआ और मैने उसे कैसे चोदा बाकी अगले भाग में तब तक के लिये अलविदा

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